हल्द्वानी। एमबीपीजी कॉलेज में कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। कॉलेज की एक दो मंजिला इमारत बेहद जीर्णशीर्ण हालत में है। जो किसी भी समय बड़े हादसे का सबब बन सकती है।
इस भवन के भूतल में योगा एवं समग्र चिकित्सा विभाग चलता है, वहीं पहली मंजिल में राजनीति शास्त्र, समाज शास्त्र और मनोविज्ञान विषय की कक्षाएं संचालित होती हैं। इसमें एक समय पर ही भवन की पहली मंजिल में लगभग 500 विद्यार्थी पढ़ते हैं।हालत यह हैं कि जब विद्यार्थियों की भीड़ कक्षा के लिए पहली मंजिल में चढ़ती है तब फर्श में कंपन होती है।
इस भवन की एक मंजिले की छत टपकती थी, जिस कारण भवन को दो मंजिला किया गया, लेकिन यह कारगर नहीं हुआ। पहली मंजिल में अब भी सीलन है और हालात पहले जैसे ही हो गए हैं। भवन के दुमंजिले का निर्माण 2010 में विधायक निधि और कॉलेज के मद को मिलाकर किया गया था। भवन की पहली मंजिल की दीवारों में प्लास्टर झड़ने लगा है। छत से लेकर दीवारों में सीलन है।
पहली मंजिल का फर्श भी कई स्थानों पर दरका है। कॉलेज के प्रोफेसर भी भवन में कक्षाएं पढ़ाने से डर रहे हैं।